हिन्दुस्तानी एकेडेमी के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
१. राजभाषा हिन्दी, उसके साहित्य तथा ऐसे अन्य रूपों और शैलियों जैसे उर्दू, ब्रजभाषा, अवधी, भोजपुरी, आदि का परिरक्षण, संबंधन और विकास जिनकी उन्नति से हिन्दी समृद्ध हो सकती है।
२. मौलिक हिन्दी कृतियों, विशेषतया सृजनात्मक साहित्य का प्रोत्साहन एवं प्रकाशन।
३. हिन्दीतर भारतीय भाषाओं तथा विदेशी भाषाओं की साहित्यिक कृतियों, मुख्यतया काव्य, नाटक, कथा एवं ललित साहित्य का हिन्दी में अनुवाद कराना।
४. राज्य सरकार की सहमति से हिन्दी। -ग्रंथ तैयार करना तथा उनका प्रकाशन करना ।
५. धारा (१) में उल्लिखित मानक साहित्यिक ग्रंथों का पारिश्रमिक दे कर अथवा बिना पारिश्रमिक के
6. प्राचीन एवं मध्ययुगीन हिन्दी साहित्य के वैज्ञानिक रूप से सम्पादित पाठों का प्रकार अन्य भाषाओं में अनुवाद कराना और उन्हें प्रकाशित करना।
7. प्रतिष्ठित विद्वानों या लेखकों अथवा दोनों को एकेडेमी का अधिसदस्य चुनना।
8. एकेडेमी के हितैषियों को इसका अधिसदस्य चुनना।
९. शासनानुमोदित नियमों के अनुसार लेखकों, कवियों, वैज्ञानिकों तथा कलाकारों का सम्मान करना।
१०. प्रतिष्ठित विद्वानों तथा अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों के व्याख्यानों की व्यवस्था करना।
११. अन्य कार्यों के साथ विश्व की साहित्यिक गतिविधि के परिप्रेक्ष्य में हिन्दी की समस्याओं पर विचार-विमर्श करने के लिए एकेडेमी का वार्षिक सम्मेलन आयोजित करना।
12. ऊपर उल्लिखित उद्देश्यों की सिद्धि के लिए उपयोगी कार्य एवं उपाय करना।
अप्रैल, 1926 में स्व. हाफिज हिदायत हुसैन ने प्रान्तीय धारा सभा में एक और प्रस्ताव रखा जिसमें हिन्दी और उर्दू साहित्य की अभिवृद्धि के उद्देश्य से शासन से ‘हिन्दुस्तानी एकेडेमी’ नाम की एक संस्था की स्थापना के लिए कहा गया।
सोमवार से शनिवार
सार्वजनिक कार्य का समय :- 10.00 am से 5.00 pm
12 डी. कमला नेहरु मार्ग, सिविल लाइन्स, प्रयागराज
दूरभाष नं0-0532407625,
ईमेल-hindustaniacademyup@gmail.com